गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र के ग्राम ढबारसी स्थित नगर निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट पर सोमवार को भारी हंगामा हो गया। आरोप है कि कुछ लोगों ने शहर से निकलने वाले ठोस अपशिष्ट को ले जाने वाले राजकीय वाहनों को जबरन रोक दिया। वाहनों पर तैनात चालकों के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट और जान से मारने की धमकी दी गई। इतना ही नहीं, दोबारा वाहन चलने पर उन्हें आग लगाने की भी चेतावनी दी गई।
नगर निगम के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, कविनगर जोन, हिमांशु भारद्वाज द्वारा मसूरी थाने में दी गई तहरीर के अनुसार, जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है, उनमें शामिल हैं – श्री असलम चौधरी, श्री सैफ अली पुत्र कामिल, श्री मुकर्रम पुत्र असलम, श्री इस्तकार पुत्र अल्ताफ (पूर्व प्रधान), श्री राकिब पुत्र शमशाद, श्री मुज्जफर पुत्र अरशद, श्री नदीन पुत्र ताहिर, श्री रियाज पुत्र अहमद तथा अन्य अज्ञात व्यक्ति।
तहरीर में बताया गया कि इन लोगों की हरकत से शहर में ठोस अपशिष्ट का परिवहन और निस्तारण पूरी तरह ठप हो गया है। इससे संक्रमण फैलने और जनस्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ गया है। आरोप है कि इससे पहले भी यही लोग सरकारी कार्य में बाधा डाल चुके हैं और आपराधिक प्रवृत्ति के हैं।
नगर निगम ने थानाध्यक्ष मसूरी से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में राजकीय कार्य में किसी प्रकार का व्यवधान न हो।
इसी बीच, गांव की एक महिला ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि महिलाओं के साथ छेड़खानी और अभद्रता की जा रही है, लेकिन पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही। महिला ने बताया कि एक दिन पहले दर्जनों महिलाएं थाना मसूरी पहुंची थीं और तहरीर दी थी, लेकिन उनकी बात पर गौर नहीं किया गया। उनका कहना है कि "चाहे हमें जेल जाना पड़े, हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे।"
ग्राम ढबारसी में डंपिंग ग्राउंड को लेकर जारी यह विवाद अब महिलाओं के आक्रोश और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालों के कारण और अधिक गरमाता जा रहा है।