फ़िल्म इंडस्ट्री के महान अभिनेता धर्मेंद्र के निधन ने पूरे भारत को स्तब्ध कर दिया है। बॉलीवुड के इस असली ‘ही-मैन’ को आज भी करोड़ों लोग अपना आइडल मानते हैं। इसी बीच हर्ष ENT हॉस्पिटल, गाजियाबाद के डायरेक्टर और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बी.पी.एस. त्यागी ने Aham Satta से विशेष बातचीत में धर्मेंद्र को याद करते हुए कई भावुक और दिलचस्प किस्से साझा किए।
डॉ. त्यागी ने बताया कि धर्मेंद्र सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं थे, बल्कि हर घर की भावनाओं से जुड़े हुए अभिनेता थे। उन्होंने अपने करियर में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया और हर उम्र के दर्शकों का दिल जीता। जाट समाज में उनकी लोकप्रियता का स्तर इतना अधिक था कि लोग उन्हें परिवार के सदस्य की तरह मानते थे।

डॉ. त्यागी ने मेरठ-बागपत क्षेत्र का एक दिलचस्प किस्सा भी साझा किया। उन्होंने बताया, “हम मेरठ के रहने वाले हैं, सरधना के पास बुढ़ाना पड़ता है। एक बार वहां मेले में धर्मेंद्र की फिल्म लगी थी। फिल्म में एक सीन आया जिसमें हीरो को बुरी तरह पिटते दिखाया गया। बस क्या था, जाट समाज के लोग भड़क गए और पूरा टेंट फाड़ दिया। कहते हुए— ‘हमारे बच्चे को कौन मार रहा है!’”
यह घटना धर्मेंद्र की लोकप्रियता और लोगों के दिलों में उनके लिए मौजूद प्यार का प्रमाण है।

धर्मेंद्र के डायलॉग तो आज भी लोगों की ज़ुबान पर ताज़ा हैं। उनकी सुपरहिट फिल्म “शोले” का मशहूर डायलॉग
कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊँगा!
आज भी दर्शकों में वही जोश पैदा कर देता है। डॉ. त्यागी कहते हैं कि लाखों फैंस आज भी उनके एक्शन, उनकी मुस्कान और उनकी आवाज को भूल नहीं पाए हैं।
धर्मेंद्र को ‘ही-मैन’ का खिताब मिला, लेकिन डॉ. त्यागी बताते हैं कि असलियत में उनके दिल में हमेशा एक किसान बसता था। उन्होंने उम्र के अंतिम पड़ाव में भी अपने फार्महाउस पर ऑर्गेनिक खेती शुरू की और जमीन से जुड़े रहे। उन्होंने हमेशा भारतीय मिट्टी, खेतों और देसी जीवन से अपना रिश्ता कायम रखा।
डॉ. त्यागी ने बताया, “धर्मेंद्र साहब जैसे कलाकार बार-बार नहीं आते। वो सिर्फ बड़े सितारे नहीं थे, बल्कि बड़े दिल वाले इंसान भी थे। उनका जाना फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है।”
धर्मेंद्र के जाने के बाद भी उनके किरदार, उनके गाने, उनके डायलॉग और उनका स्नेह हमेशा लोगों की यादों में जिंदा रहेगा।