सैकड़ों वाहनों का काफिला, फूलों की वर्षा और “जय भीम – जय भारत” के नारों से गूंजा आनंद नगर
गाजियाबाद।
ग्राम इकला, आनंद नगर (थाना वेव सिटी क्षेत्र) में मंगलवार को आजाद समाज पार्टी के संस्थापक व सांसद चंद्रशेखर आजाद का जोरदार स्वागत किया गया।
इस अवसर पर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद जिलों के अलावा इकला, नंगला, गुर्जरगढ़ी, इनायतपुर, डासना, कचेड़ा, दुजाना, बंबावड़, कलदा, गिरधरपुर, मारकपुर, मसूरी आदि गांवों से सैकड़ों लोग पहुंचे।
गांव की गलियों से लेकर मुख्य सड़कों तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं और हर तरफ “जय भीम – जय भारत – चंद्रशेखर आजाद अमर रहें!” के नारे गूंजते रहे।

सांसद ने कहा — “मैं जाति या धर्म नहीं देखता, केवल इंसानियत देखता हूं”
मंच से संबोधित करते हुए सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि —
“मैं न जाति देखता हूं, न धर्म। मैं केवल एक भारतीय देखता हूं।
मैं सड़क से लेकर संसद तक इंसाफ की लड़ाई लड़ता रहूंगा।
चाहे मेरी सदस्यता हजार बार रद्द कर दी जाए, मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं।
जुल्म चाहे कितना भी हो, हम चुप नहीं बैठेंगे और किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।”
सांसद की यह बात सुनकर उपस्थित लोगों ने जोरदार नारेबाजी की और मंच से लेकर पूरे मैदान तक तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी।
सर्वसमाज ने किया स्वागत, फूल-मालाओं और ढोल नगाड़ों से बजी एकता की धुन
कार्यक्रम के दौरान सांसद का स्वागत फूल-मालाओं और गुलदस्तों से किया गया।
युवाओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर नारे लगाते हुए उनका अभिनंदन किया।
चारों ओर केवल एकता, भाईचारे और जोश का माहौल दिखाई दे रहा था।
कार्यक्रम में सैकड़ों वाहनों का काफिला गांव में दाखिल हुआ, जिससे पूरा क्षेत्र जाम की स्थिति में आ गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता और संचालन
कार्यक्रम की अध्यक्षता इनायतपुर के प्रधान श्री बालेश्वर त्यागी ने की,
जबकि संचालन विजयपाल मुखिया ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य सहयोगी ओमेंद्र आर्य रहे।
मंच पर उपस्थित प्रमुख व्यक्ति
मंच पर क्षेत्र के कई सम्मानित जनप्रतिनिधि और समाजसेवी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख हैं —सीताराम बाबू (इनायतपुर), दिलावर गुर्जर (नंगला), मुकेश प्रधान (कचेड़ा), रविंद्र प्रधान (कलदा), सतीश बिधूड़ी (मारकपुर), विकास बिधूड़ी (मारकपुर), शहजाद प्रधान (मसूरी), आसाराम (गुर्जरगढ़ी), दरोगा जी (गिरधरपुर), रिंकू प्रधान (दुजाना)
सभी ने एक स्वर में कहा कि सांसद चंद्रशेखर आजाद वह नेता हैं जिन्होंने जमीन से उठकर सड़क से लेकर संसद तक गरीबों, दलितों, पिछड़ों और सर्व समाज के लिए आवाज बुलंद की है।
गुर्जर समाज और सर्व समाज का समर्थन

गुर्जर समाज के लोगों ने सांसद का फूल-मालाओं से स्वागत करते हुए खुला समर्थन किया।
स्थानीय युवाओं और महिलाओं ने भी मंच के समीप पहुंचकर सांसद को सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान “इंसाफ की आवाज” और “भीम का सिपाही आजाद” जैसे नारे लगातार गूंजते रहे।
ग्राम इकला बना एकता का प्रतीक स्थल
दिनभर इकला गांव में रौनक बनी रही।
गांव की गलियां फूलों से सजीं और लोगों में चंद्रशेखर आजाद से मिलने का उत्साह देखने लायक था।
कार्यक्रम के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा रही कि
“इकला की धरती आज इंसाफ और एकता के प्रतीक के रूप में याद की जाएगी।”
सांसद चंद्रशेखर आजाद के इस दौरे ने यह संदेश दिया कि
लड़ाई केवल सत्ता की नहीं, बल्कि इंसाफ और अधिकारों की है।
गांव इकला का यह आयोजन आने वाले समय में पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई दिशा तय करने वाला साबित हो सकता है