गाजियाबाद.
डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीदी की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। लोनी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक नंद किशोर गुर्जर ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव को पत्र लिखकर अपनी नाराज़गी जताई है और मौलाना पर कठोर कार्रवाई की मांग की है.
विधायक नंद किशोर गुर्जर ने पत्र में आरोप लगाया है कि मौलाना साजिद रशीदी ने समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के खिलाफ सोशल मीडिया पर बेहद आपत्तिजनक और अश्लील भाषा का प्रयोग किया, जो न केवल व्यक्तिगत अपमान है, बल्कि महिलाओं के सम्मान पर सीधा हमला भी है। उन्होंने सवाल उठाया कि इस गंभीर टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी अब तक चुप क्यों है, जबकि पार्टी अध्यक्ष और डिंपल यादव के पति अखिलेश यादव को इस पर स्पष्ट और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी.
विधायक ने कहा कि "यदि कोई पति अपनी पत्नी के सम्मान की रक्षा नहीं कर सकता, तो वह प्रदेश की बेटियों की रक्षा कैसे करेगा?" उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव का मौन रहना यह दर्शाता है कि वोट बैंक के चक्कर में समाजवादी पार्टी मुस्लिम कट्टरपंथियों के सामने दंडवत हो जाती है.
पत्र में नंद किशोर गुर्जर ने शिवपाल यादव को महाभारत का उदाहरण देते हुए स्मरण दिलाया कि जब द्रौपदी का चीरहरण हुआ, तब श्रीकृष्ण ने अन्याय के विरुद्ध कदम उठाया था। उन्होंने आग्रह किया कि शिवपाल यादव इस मामले में पहल करें और अखिलेश यादव को मौलाना के विरुद्ध रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कड़ी कार्रवाई करने का सुझाव दें.
विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर अश्लील टिप्पणी करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश देकर महिला सम्मान की रक्षा की है.
पत्र के अंत में उन्होंने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के उस बयान का भी समर्थन किया, जिसमें समाजवादी पार्टी को “नमाजवादी पार्टी” कहा गया था.
यह मामला अब सिर्फ राजनीतिक नहीं रहा, बल्कि महिला सम्मान से जुड़ा एक संवेदनशील मुद्दा बन चुका है। विपक्ष के नेता पर अब दबाव है कि वे इस मामले पर अपना रुख साफ करें.