उद्योग बंधु एसोसिएशन में बड़ा फैसला, तीन पदाधिकारी निष्कासित वित्तीय अनियमितता व अनुशासनहीनता के आरोप में की गई कार्रवाई

Date: 2025-06-12
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हापुड़,
उद्योग बंधु वेलफेयर एसोसिएशन में एक बड़ा प्रशासनिक फैसला लेते हुए संगठन की कोर कमेटी और आम सदस्यों की संयुक्त बैठक में पूर्व अध्यक्ष सुशील गुप्ता, वर्तमान महासचिव संदीप बंसल और उपाध्यक्ष अजेय भारद्वाज को एसोसिएशन से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही तीनों की प्राथमिक सदस्यता भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।

यह फैसला एसोसिएशन में लंबे समय से चली आ रही अनियमितताओं, वित्तीय पारदर्शिता की कमी और संगठनात्मक अनुशासन के उल्लंघन के चलते लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि संगठन को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कार्यकाल में बदलाव और नए पदाधिकारी

उद्योग बंधु वेलफेयर एसोसिएशन एक पंजीकृत संगठन है जिसकी स्थापना व्यापारियों के कल्याण और संरक्षण के उद्देश्य से की गई थी। प्रारंभिक नियमावली के अनुसार संगठन का कार्यकाल पांच वर्ष तय किया गया था, लेकिन व्यापारियों की मांग पर इसे घटाकर दो वर्ष कर दिया गया, ताकि नए चेहरों को भी प्रतिनिधित्व का अवसर मिल सके।

नए नियमों के तहत 09 मार्च 2024 को चुनाव संपन्न हुए, जिसमें आशु सिंघल को अध्यक्ष और संदीप बंसल को महासचिव पद पर निर्वाचित किया गया। इसके बाद 01 अप्रैल 2024 को शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित हुआ, जिसकी रिपोर्टिंग स्थानीय अखबारों जर्नी ऑफ सक्सेस और India Republic 24x7 चैनल द्वारा की गई।

गंभीर वित्तीय अनियमितता का आरोप

बैठक में यह बात सामने आई कि निर्वाचित महासचिव संदीप बंसल ने डिप्टी रजिस्ट्रार और बैंक प्रबंधक को नई निर्वाचित समिति की जानकारी नहीं दी और स्वयं को पुराने पद पर दिखाते हुए बैंक खातों का संचालन करते रहे।

23 दिसंबर 2025 को बैंक खाते से ₹5,16,000 की राशि एक ऐसे व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर दी गई, जिसका संगठन से कोई लेना-देना नहीं था। यह पूरा लेनदेन न तो समिति को बताया गया और न ही किसी अन्य पदाधिकारी से चर्चा की गई।

विरोध करने वालों को बाहर किया गया

बैठक में इस बात की भी निंदा की गई कि जिन सदस्यों ने संगठन में पारदर्शिता की मांग की या अनियमितताओं पर सवाल उठाए, उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से निकाल दिया गया और कोर कमेटी से हटा दिया गया। यह कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ माना गया।

संगठन का स्पष्ट रुख

संगठन ने साफ किया है कि अनुशासनहीनता और आर्थिक गड़बड़ियों में लिप्त किसी भी व्यक्ति को संगठन में स्थान नहीं दिया जाएगा। निष्कासित पदाधिकारियों के स्थान पर संगठन नई व्यवस्था के तहत कार्य करेगा।

संगठन ने सभी सदस्यों व व्यापारियों से अपील की है कि वे एकजुट रहें और संगठन की गरिमा बनाए रखने में सहयोग करें। संगठन पारदर्शिता, लोकतंत्र और उत्तरदायित्व के सिद्धांतों पर काम करता रहेगा।

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